Demat Account क्या है और डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?
दोस्तों आज हम आपको Demat Account के बारे में बताएंगे कि डिमैट अकाउंट क्या होता है और यह अकाउंट हम कैसे खोलें दोस्तों आज के जमाने में बहुत कम लोग होंगे जिन्होंने शेयर मार्केट के बारे में नहीं सुना होगा और जो लोग शेयर मार्केट के बारे में जानते हैं उन्हें यह भी पता होता है कि डीमैट अकाउंट क्या है डिमैट अकाउंट में शेयर होल्डर अपने शेयर रखता है जैसे कि हम बैंक अकाउंट में अपने पैसे रखते हैं और शेयर की खरीद-फरोख्त इन्वेस्टर इसी अकाउंट के द्वारा करता है जो डिपॉजिटरी द्वारा खोला जाता है और इससे जुड़ी सभी बातें हैं इस के क्या फायदे हैं डिमैट अकाउंट कैसे खोला जाता है और कहां खोला जाता है Demat Account से जुड़ी सभी जानकारी हम आपको दे रहे हैं जो निम्नलिखित है।
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डीमैट अकाउंट क्या है ?
डिमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जिसमें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर डिपॉजिट किए जाते हैं और इसके साथ साथ म्यूच्यूअल फंड, डिवेंचर, यूनिट और सिक्योरिटी भी इसी खाते में होती है शेयर की खरीद-फरोख्त करने के लिए आपके पास एक डिमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है Demat Account एक बैंक अकाउंट की तरह कार्य करता है जिसमें आपकी रकम नहीं होती बल्कि किसी कंपनी के शेयर होते हैं जब आप किसी कंपनी के शेयर को बेचना चाहते हैं तो यह दूसरे निवेशक के अकाउंट में यहीं से ट्रांसफर हो जाते हैं
जिस प्रकार आप बैंक अकाउंट से मनी ट्रांसफर करते हो। इससे पहले यह प्रक्रिया बड़ी मुश्किल थी पहले जब आप शेयर खरीदते थे तो आपको कंपनी उसके डॉक्यूमेंट देती थी और जब आपको शेयर बेचने होते थे तो सारे कागजात कंपनी में डिपॉजिट करने पड़ते थे लेकिन जब से डिपॉजिटरी ने Demat Account की प्रक्रिया को शुरू किया है यह काम बहुत आसान हो गया है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार क्या है?
शेयर मार्केट में उपलब्ध तीन प्रकार के डीमैट अकाउंट होते हैं। इन अकाउंट को निवेशकों की प्रोफाइल के हिसाब से तैयार किया जाता है। डीमैट अकाउंट के प्रकार निम्नलिखित हैं।
रेगुलर डीमैट खाता (Regular Demat A6ccount)
शेयर बाजार में एंट्री करने वाले निवेशक को का रेगुलर डीमैट अकाउंट खोला जाता है। यह खाता आप किसी भी डिपॉजिट सीडीएसएल या एनएसडीएल पन रजिस्टर ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं। इस खाते के माध्यम डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? से इलेक्ट्रॉनिकली शेयरों में निवेश और ट्रेड किया जाता है।
रिपेट्रायबल डीमैट खाता (Repatriable Demat Account)
यह खाता नॉनरेजिडेंट इंडियंस के लिए होता है। इस खाते के माध्यम से n.r.i. शेयर बाजार में निवेश करते हैं। एन आर आई इस अकाउंट का उपयोग करके विदेश में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। साथ ही साथ लोग इस अकाउंट इन इयर जॉइंट होल्डर भी शामिल कर सकते हैं जो केवल एक भारतीय नागरिक होना चाहिए। इस डीमैट खाते में नॉमिनेशन सुविधा भी उपलब्ध होती है।
नॉन रिपेट्रायबल डीमैट खाता (Non-Repatriable Demat Account)
यह खाता भी एन आर आई के लिए होता है परंतु इस खाते से कोई भी विदेश में फंड ट्रांसफर नहीं किए जा सकते। इस खाते में लोगों को एनआरओ बैंक अकाउंट की आवश्यकता नहीं पड़ती है। यह खाता वह लोग खोलते हैं जिनकी आय भारत और विदेश दोनों में उपलब्ध है।
Demat Account खोलने से पहले किन बातों का ध्यान रखना है?
यदि आप भी अपना डीमैट खाता खोलना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना है:-
- जहां कोई अपने शहर रखता है वहां खाता खोल सकते हैं और उसकी सुरक्षा इलेक्ट्रॉनिक तरीके से की जाती है।
- आप भारत में शेयर बेचना और खरीदना चाहते हैं तो आपका डीमेट खाता होना अनिवार्य है।
- अगर डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? आप अपने शेयरों को इनिशियल पब्लिक आफरिंग मैं लागू करना चाहते हैं तो आपके पास डीमैट खाता होना अनिवार्य है।
Demat Account कैसे खोलें
जब आप अपना खाता डिपॉजिटरी में खुलवाते हैं तो उस खाते को डीमैट खाता कहते हैं इसका फैसला हमारा ब्रोकर करता है कि वह कौन सी डिपॉजिटरी में आपका खाता खुलवाता है इस खाते को खुलवाने के लिए भारत में एसईबीआई के द्वारा निर्देशित दो बड़ी डिपॉजिटरी कंपनी एनएसडीएल और सीडीएसएल है जो Demat Account को निर्धारित करती हैं और आपने देखा होगा कि पैन कार्ड भी यही दोनों कंपनियां बनाती हैं। जो निम्नलिखित हैं।
1- एनएसडीएल
इंडिया की सबसे पुरानी और विश्वसनीय डिपाजिटरी मानी जाती है नवंबर सन 1996 में इसको शुरू किया गया था जिसका पूरा नाम National Securities Depositories Ltd है।
2- सीडीएसएल
- यह इंडिया की दूसरी डिपॉजिटरी है जिसका संबंध बीएसई यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से है इसको फरवरी सन 1999 में शुरू किया गया था इसका पूरा नाम Central Depositories Services Ltd है ।
- डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको इन दोनों कंपनियों के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है आप किसी भी बैंक या स्टॉक ब्रोकर के पास जाकर अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
SBI Mein Demat Khata Kaise Kholen
कुछ खास स्टॉक ब्रोकर
इसके अलावा आप कुछ खास स्टॉक ब्रोकर के यहां भी अपना Demat Account खुलवा सकते हैं।
- शेरखान प्राइवेट लिमिटेड
- ज़ेरोधा
- एंजल ब्रोकर प्राइवेट लिमिटेड
Demat Account खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक बैंक अकाउंट नंबर
- पासपोर्ट या राशन कार्ड ( एड्रेस प्रूफ के लिए)
डिमैट अकाउंट फीस
डीमैट अकाउंट खोलने की फीस अलग-अलग बैंकों और स्टॉकब्रोकर्स की अलग अलग हो सकती है इसके अलावा एनुअल मेंटेनेंस चार्ज भी होते हैं जो साल में एक बार लिए जाते हैं
Demat Account नॉमिनेशन
आपकी जानकारी डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? के लिए बता दें कि जिस तरह आप बैंक अकाउंट, एफडी, ऑल लाइफ इंश्योरेंस में नॉमिनी का नाम भरते हैं उसी प्रकार डिमैट अकाउंट में भी नॉमिनी का होना जरूरी है जिस वक्त आप डिमैट अकाउंट खोलने के लिए फॉर्म भरे तो अपने नॉमिनी का नाम जरूर भरें यह आपके सुरक्षित भविष्य के लिए बहुत जरूरी है।तो दोस्तों इस तरह आप अपना Demat Account खुलवा सकते हैं और स्टॉक एक्सचेंज से शेयरों की खरीद-फरोख्त भी आसानी से कर सकते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और कैसे बनाते हैं – Trading Account In Hindi
Trading Account In Hindi: अगर आपको शेयर बाजार में थोड़ी भी रूचि है और पैसे से पैसे कमाना चाहते है या फिर आप शेयर बाजार से सम्बंधित Content पसंद करते हो तो आपने यह जरुर सुना होगा की शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने के लिए Trading Account की जरूरत होती है, बिना इसके न तो आप शेयर खरीद सकते हैं और न ही बेच सकते हैं.
पर क्या आप जानते हैं आखिर यह Trading Account क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट काम कैसे करता है, ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते है, ट्रेडिंग अकाउंट कहाँ खुलवाएं और ट्रेडिंग अकाउंट तथा Demat Account में क्या अंतर होता है.
अगर आप इस प्रकार की सभी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही लेख पर आये हैं. आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे जिससे कि आपके सारे संशय दूर हो सकें और आप भी शेयर बाजार में पैसे निवेश करके पैसे कमा सकें. इसके लिए यह जरुर पढ़े – ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए.
तो चलिए बिना समय गवांये जानते हैं ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है हिंदी में.
डीमैट अकाउंट क्या होता है ?
यदि आपने शेयर मार्किट (Stock Market) की दुनिया में बिलकुल अभी कदम रखा है, तो आपने डीमैट अकाउंट (Demat Account) का नाम तो जरूर सुना होगा जिसके जरिये कोई शेयर ख़रीदा व बेचा जाता है | डीमैट अकाउंट का क्या मतलब (Meaning of demat account) होता है और यह शेयर मार्किट के लिए क्यूँ जरूरी है और आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोले सकते है, इन सभी विषयों पर गहन रूप से जानकारी आपको हमारी टीम द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी |
डीमैट अकाउंट खुलवाने (Opening a demat account) के बहुत फ्यादे है जिसके बारे में आपको आगे इस लेख के माध्यम से पता चलेगा | शेयर मार्किट में डीमैट अकाउंट का होना ऐसे है जैसे शरीर में आत्मा का निवास | आपको पता चलेगा कैसे शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के बाद डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? किस डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? अवस्था में सुरक्षित रखे जाते है और साथ ही डीमैट खाता इन प्रक्रिया के संचालन में किस प्रकार आपकी सहायता करता है |
क्या होता है डीमैट अकाउंट ?
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डीमैट अकाउंट एक वॉलेट की तरह होता है जिसमे आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रख सकते है और साथ जब कभी भी आपको शेयर बेचना होता है तो उसी डीमैट अकाउंट के द्वारा वो शेयर मार्किट में बेच दिए जाते है | डीमैट अकाउंट का मतलब “Dematerialization” होता है जिसकी उत्पत्ति 90 के दशक के बाद हुई | उन दिनों शेयर खरीदने पर आपको एक कागज़ का प्रमाण पत्र दे दिया जाता था लेकिन आईटी के विस्तार के बाद कागज़ या मटेरियल प्रमाण पत्रों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल दिया गया, जिसे ‘डिमटेरियलाइज़ेशन’ और जिस खाते में शेयर को इलेक्ट्रॉनिक अवस्था में रखा गया उसे डीमैट अकाउंट कहा गया |
डीमैट अकाउंट के भाग (Parts of Demat Account)
किसी भी डीमैट खाते में चार प्रकार के प्रतिभाग होते है
- निवेशक (Investor) : यह डीमैट अकाउंट में स्टोर सभी शेयर का मालिक होता है, यह कोई कंपनी या व्यक्ति हो सकता है |
- डिपॉजिटरी (Depository) : भारत में 2 डिपॉजिटरी है जिसमे NSDL व CDSL जिनका कार्य आपके शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखना होता है | यह निवेशक व सूचीबद्द कंपनी के बीच सम्पर्क का कार्य करते है, जिसके लिए यह निवेशक से शुल्क भी लेते है |
- शेयर ब्रोकर (Share Broker) : यह सेबी द्वारा रजिस्टर्ड ब्रोकर होते है जिनका कार्य निवेशक को शेयर मार्किट के जरिये शेयर, बांड आदि खरीदने व बेचने में सहायता करना होता है | जैसे भारत में Zerodha, Groww, IND Money, One Angle, ShareKhan जैसे शेयर ब्रोकर प्लेटफार्म है जो भारत सरकार की संस्था SEBI द्वारा पंजीकृत है |
- सिक्यूरिटी जारीकर्ता (Security Issuer) : यह एक कंपनी होती है जो अपने ऑपरेशन के लिए बाज़ार से पैसे उठाती है जिसके बदले यह कंपनी शेयर, कमर्शियल पेपर, बांड आदि जारी करती है | यह कंपनी डिपॉजिटरी में कई नियमो व कानूनों के बाद शामिल की जाती है |
डीमैट अकाउंट के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
मात्र कुछ ही कागज़ के साथ आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन चंद मिनटों में खोल सकते है, इसके लिए इन 2 डॉक्यूमेंट की जरुरत पड़ेगी :
डीमैट अकाउंट कैसे खोले ? How to Open a Demat Account?
यदि शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना व बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको सेबी रजिस्टर्ड किसी भी प्लेटफार्म पर आवेदन करना होगा | इस लेख के माध्यम से हम Zerodha Platform पर ऑनलाइन अकाउंट कैसे ओपन करते है, Step by Step आपको बताया जा रहा है : –
- सबसे पहले https://zerodha.com/ पर विजिट करे |
- इसके बाद आपको ‘Sign up Now‘ पर क्लिक डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? करना होगा |
- इसके बाद आपको अपने मोबाइल नम्बर (जो आपके बैंक खाते व आधार में एक जैसा हो) डालकर प्रक्रिया को शुरू करना होगा |
- आपके दिए गये नम्बर पर आपको ओटीपी भेजा जाएगा जिसे आपको अगले चरण में दर्ज करना है |
- अब अगले चरण में आपको पैन कार्ड दर्ज करना होगा |
- अब आपको अपने ट्रेड के अनुसार प्लान चुनकर पेमेंट करना होगा |
- भुगतान करने के बाद अब आपको zerodha अकाउंट के द्वारा आधार कार्ड को Digilocker से कनेक्ट करना होगा |
- आधार रजिस्टर्ड नम्बर का उपयोग digilocker में करे व OTP दर्ज करे |
- सिक्यूरिटी पिन सेट करे व zerodha को आपके डॉक्यूमेंट digilocker के माध्यम से एक्सेस करने का परमिशन दे |
- इसके बाद digilocker के जरिये आधार की कॉपी शेयर करे व रजिस्ट्रेशन में जरूरी जानकारी भरकर फॉर्म जमा करे |
- अब आपको वेबकैम द्वारा विडियो वेरिफिकेशन करना होगा जिसमे आपको अपने हाथ में एक ए4 साइज़ के कागज़ पर दिया गया कोड प्रिंट करके वेबकैम से फोटो कैप्चर करनी होगी |
- अब अगले चरण में e sign के जरिये आधार व पैन कार्ड की कॉपी ऑनलाइन अपलोड करे |
- प्रक्रिया को आगे पूरा करने के लिए zerodha द्वारा भेजे गए मेल पर आया OTP दर्ज करे |
- अब प्रक्रिया के अंतिम चरण में एनएसडीएल द्वारा OTP से वेरिफिकेशन करे व फॉर्म को जमा करे |
- इस प्रकार Zerodha Platform पर आप अपना ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है |
निष्कर्ष
निसंदेह आप उपरोक्त डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? चरणों का उपयोग करके अपना डीमेट अकाउंट बेहद ही आसानी से खोल सकते है लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि शेयर मार्किट में निवेश करने से पहले सही जानकारी प्राप्त करे व तभी निवेश करे | यह सीधा और सरल वित्त जोखिम भी है यदि इसे बिना सलाह के किया गया तो आपके पैसे ख़राब हो सकते है | इसके अतिरिक्त आपको कोई और समस्या आ रही है तो आप हमे अपना सवाल कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है |
डीमैट अकाउंट क्या होता है ?
यदि आपने शेयर मार्किट (Stock Market) की दुनिया में बिलकुल अभी कदम रखा है, तो आपने डीमैट अकाउंट (Demat Account) का नाम तो जरूर सुना होगा जिसके जरिये कोई शेयर ख़रीदा व बेचा जाता है | डीमैट अकाउंट का क्या मतलब (Meaning of demat account) होता है और यह शेयर मार्किट के लिए क्यूँ जरूरी है और आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोले सकते है, इन सभी विषयों पर गहन रूप से जानकारी आपको हमारी टीम द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी |
डीमैट अकाउंट खुलवाने (Opening a demat account) के बहुत फ्यादे है जिसके बारे में आपको आगे इस लेख के माध्यम से पता चलेगा | शेयर मार्किट में डीमैट अकाउंट का होना ऐसे है जैसे शरीर में आत्मा का निवास | आपको पता चलेगा कैसे शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के बाद किस अवस्था में सुरक्षित रखे जाते है और साथ ही डीमैट खाता इन प्रक्रिया के संचालन में किस प्रकार आपकी सहायता करता है |
क्या होता है डीमैट अकाउंट ?
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डीमैट अकाउंट एक वॉलेट की तरह होता है जिसमे आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रख सकते है और साथ जब कभी भी आपको शेयर बेचना होता है तो उसी डीमैट अकाउंट के द्वारा वो शेयर मार्किट में बेच दिए जाते है | डीमैट अकाउंट का मतलब “Dematerialization” होता है जिसकी उत्पत्ति 90 के दशक के बाद हुई | उन दिनों शेयर खरीदने पर आपको एक कागज़ का प्रमाण पत्र दे दिया जाता था लेकिन आईटी के विस्तार के बाद कागज़ या मटेरियल प्रमाण पत्रों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल दिया गया, जिसे ‘डिमटेरियलाइज़ेशन’ और जिस खाते में शेयर को इलेक्ट्रॉनिक अवस्था में रखा गया उसे डीमैट अकाउंट कहा गया |
डीमैट अकाउंट के भाग (Parts of Demat Account)
किसी भी डीमैट खाते में चार प्रकार के प्रतिभाग होते है
- निवेशक (Investor) : यह डीमैट अकाउंट में स्टोर सभी शेयर का मालिक होता है, यह कोई कंपनी या व्यक्ति हो सकता है |
- डिपॉजिटरी (Depository) : भारत में 2 डिपॉजिटरी है जिसमे NSDL व CDSL जिनका कार्य आपके शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखना होता है | यह निवेशक व सूचीबद्द कंपनी के बीच सम्पर्क का कार्य करते है, जिसके लिए यह निवेशक से शुल्क भी लेते है |
- शेयर ब्रोकर (Share Broker) : यह सेबी द्वारा रजिस्टर्ड ब्रोकर होते है जिनका कार्य निवेशक को शेयर मार्किट के जरिये शेयर, बांड आदि खरीदने व बेचने में सहायता करना होता है | जैसे भारत में Zerodha, Groww, IND Money, One Angle, ShareKhan जैसे शेयर ब्रोकर प्लेटफार्म है जो भारत सरकार की संस्था SEBI द्वारा पंजीकृत है |
- सिक्यूरिटी जारीकर्ता (Security Issuer) : यह एक कंपनी होती है जो अपने ऑपरेशन के लिए बाज़ार से पैसे उठाती है जिसके बदले यह कंपनी शेयर, कमर्शियल पेपर, बांड आदि जारी करती है | यह कंपनी डिपॉजिटरी में कई नियमो व कानूनों के बाद शामिल की जाती है |
डीमैट अकाउंट के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
मात्र कुछ ही कागज़ के साथ आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन चंद मिनटों में खोल सकते है, इसके लिए इन 2 डॉक्यूमेंट की जरुरत पड़ेगी :
डीमैट अकाउंट कैसे खोले ? How to Open a Demat Account?
यदि शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना व बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको सेबी रजिस्टर्ड किसी भी प्लेटफार्म पर आवेदन करना होगा | इस लेख के माध्यम से हम Zerodha Platform पर ऑनलाइन अकाउंट कैसे ओपन करते है, Step by Step आपको बताया जा रहा है : –
- सबसे पहले https://zerodha.com/ पर विजिट करे |
- इसके बाद आपको ‘Sign up Now‘ पर क्लिक करना होगा |
- इसके बाद आपको अपने मोबाइल नम्बर (जो आपके बैंक खाते व आधार में एक जैसा हो) डालकर प्रक्रिया को शुरू करना होगा |
- आपके दिए गये नम्बर पर आपको ओटीपी भेजा जाएगा जिसे आपको अगले चरण में दर्ज करना है |
- अब अगले चरण में आपको पैन कार्ड दर्ज करना होगा |
- अब आपको अपने ट्रेड के अनुसार प्लान चुनकर पेमेंट करना होगा |
- भुगतान करने के बाद अब आपको zerodha अकाउंट के द्वारा आधार कार्ड को Digilocker से कनेक्ट करना होगा |
- आधार रजिस्टर्ड नम्बर का उपयोग digilocker में करे व OTP दर्ज करे |
- सिक्यूरिटी पिन सेट करे व zerodha को आपके डॉक्यूमेंट digilocker के माध्यम डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं? से एक्सेस करने का परमिशन दे |
- इसके बाद digilocker के जरिये आधार की कॉपी शेयर करे व रजिस्ट्रेशन में जरूरी जानकारी भरकर फॉर्म जमा करे |
- अब आपको वेबकैम द्वारा विडियो वेरिफिकेशन करना होगा जिसमे आपको अपने हाथ में एक ए4 साइज़ के कागज़ पर दिया गया कोड प्रिंट करके वेबकैम से फोटो कैप्चर करनी होगी |
- अब अगले चरण में e sign के जरिये आधार व पैन कार्ड की कॉपी ऑनलाइन अपलोड करे |
- प्रक्रिया को आगे पूरा करने के लिए zerodha द्वारा भेजे गए मेल पर आया OTP दर्ज करे |
- अब प्रक्रिया के अंतिम चरण में एनएसडीएल द्वारा OTP से वेरिफिकेशन करे व फॉर्म को जमा करे |
- इस प्रकार Zerodha Platform पर आप अपना ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है |
निष्कर्ष
निसंदेह आप उपरोक्त चरणों का उपयोग करके अपना डीमेट अकाउंट बेहद ही आसानी से खोल सकते है लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि शेयर मार्किट में निवेश करने से पहले सही जानकारी प्राप्त करे व तभी निवेश करे | यह सीधा और सरल वित्त जोखिम भी है यदि इसे बिना सलाह के किया गया तो आपके पैसे ख़राब हो सकते है | इसके अतिरिक्त आपको कोई और समस्या आ रही है तो आप हमे अपना सवाल कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है |
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