Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: December 17, 2022 11:05 IST

ITC Share Price: आखिर क्यों ITC के शेयर से निवेशक बना रहे हैं दूरी? इस बात का इंवेस्टर्स को सता रहा है डर

Share Market: ITC के शेयर में गिरावट जारी है. साल 2022-23 का बजट पेश करते हुए सिगरेट दूसरे तंबाकू उत्पादों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण टैक्स रेट्स बढ़ा सकती है.

By: abp news | Updated at : 22 Oct 2021 03:28 PM (IST)

Share Market Tips: सिगरेट, FMCG और होटल कारोबार से जुड़ी कंपनी ITC के शेयर में निवेश करने वाले निवेशकों के आने वाले समय बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है. वजह है आने वाले बजट में सिगरेट समेत दूसरे तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाये जाने की आशंका जताई जा रही है. सरकार ने हाल ही में तंबाकू उत्पादों पर नए टैक्स नीति का रोडमैप तैयार करने के लिए नौ सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है.

तंबाकू उत्पादों पर ज्यादा टैक्स के लिये बनी कमिटी

माना जा रहा है कि ये कमिटी तंबाकू उत्पादों के खपत को कम करने के लिये ज्यादा टैक्स लगाने की सुझाव दे सकती है. समिति सभी तरह के तंबाकू के वर्तमान टैक्स ढांचे की समीक्षा करेगी और 2022-2023 के बजट और भविष्य के लिए टैक्स रेट्स के विकल्प और नए रोडमैप तैयार कर अपनी सिफारिश सरकार कौ सौपेंगी. माना जा रहा है कि 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिये बजट पेश करते हुये सिगरेट दूसरे तंबाकू उत्पादों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण टैक्स रेट्स बढ़ा सकती है. दरअसल भारत को डब्ल्यूएचओ के फ्रेमवर्क कन्वेंशन का अनुपालन करते हुये तंबाकू उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगातार उसके खपत को कम करने की दिशा में कार्य करना है जिसके लिये इस कमिटी का गठन किया गया है.

क्या करें निवेशक?

बाजार के जानकार निवेशकों को फिलहाल आईटीसी से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. उन्हें लगता है कि बजट में सिगरेट और दूसरे तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया जाना निश्चित है. इसलिए बजट पेश किये जाने तक निवेशकों को इस शेयर से फिलहाल दूर रहना चाहिये. आपको बता दें आईटीसी के शेयर को बाजार के सबसे Defensive Stocks में गिना जाता है. बाजार में बड़ी गिरावट होने के बावजूद आईटीसी में ज्यादा गिरावट नहीं देखी जाती. सितंबर महीने में आईटीसी के शेयर में बड़ा Breakout देखने को मिला. मई में 199 रुपये का न्यूनत्तम स्तर छूने के बाद 18 अक्टूबर को शेयर ने 265 रुपये का उच्चतम स्तर छूआ था. लेकिन एक्सपर्ट कमिटी के गठन के बाद से ही आईटीसी के शेयर में गिरावट जारी है. आज आईटीसी का शेयर 3.41 फीसदी की गिरावट के साथ 236.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है.

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Published at : 22 Oct 2021 02:40 PM (IST) Tags: Nirmala Sitharaman itc ITC share price Stocke Market Tips More Tax on Cigarette Budget 2022-23 ITC Share हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

बाजार में आई गिरावट में आम निवेशक को भारी पड़ेगी ये गलतियां, उठा लेंगे तगड़ा नुकसान

महंगाई और केंद्रीय बैंकों के सख्त रूख से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है. बाजार में दबाव के बीच छोटे निवेशक ऐसी गलतियां कर देते हैं जिनका उन्हे हमेशा पछतावा रहता है. जानिये बाजार में गिरावट के समय किन गलतियों से दूर रहें

बाजार में आई गिरावट में आम निवेशक को भारी पड़ेगी ये गलतियां, उठा लेंगे तगड़ा नुकसान

विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिल रही है. शुक्रवार को ही बाजार में निवेशकों ने 6 स्टॉक मार्केट से डर क्यों लगता है लाख करोड़ रुपये गंवा दिये है. वहीं बाजार के जानकार आगे भी अनिश्चितता के बीच बाजार में दबाव बने रहने की बात कर रहे हैं. ऐसे में आम लोगों के बीच डर और लालच दोनों ही बढ़ने की आशंका बन गई है. बाजार के अधिकांश जानकार आम निवेशकों से हर स्थिति में सोचसमझ कर फैसला लेने की बात करते हैं. लेकिन डर या लालच हावी होने पर आम निवेशक अक्सर ऐसा फैसला ले लेतें हैं जिससे उनका नुकसान होना तय हो जाता है. जानिए अगर बाजार में गिरावट हावी हो रही हो तो आपको किन गलतियों से दूर रहने की जरूरत है.

घबराहट में बिकवाली करना

शेयर बाजार में गिरावट आने पर बिना सोचे समझे शेयर बेचने से बड़ी गलती कोई नहीं है. हालांकि ये भी सही नहीं है कि हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें. अगर आपने सिर्फ स्टॉक के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं निवेश किया है तो तुरंत निवेश की समीक्षा करें और तेजी के साथ फैसला लें . हालांकि अगर आपने किसी कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर सोच समझकर निवेश किया है तो शांत रहें, मजबूत कंपनियों में संभावना होती है कि वो रिकवरी के संकेत दिखते ही न केवल अपने नुकसान की भरपाई करती हैं वहीं इस गति के साथ वो और बढ़त भी दर्ज करती हैं. सलाह दी जाती है कि निवेश सोचसमझ कर करें फिर अपने इस फैसले पर भरोसा बनाए रखें..

बाजार में निवेश बंद करना

छोटे निवेशकों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि वो बाजार में गिरावट आते ही उसको लेकर नकारात्मक छवि गढ़ लेते हैं. ध्यान रखें की बाजार एक ऐसी जगह है जहां कई लोग तब भी कमा रहे होते हैं जब बाजार गिर रहा होता है…हालांकि इसके लिए बाजार की काफी अच्छी जानकारी होनी चाहिए. छोटे निवेशकों को चाहिए कि वो किसी भरोसे के मार्केट एक्सपर्ट के संपर्क में बने रहें. और गिरावट के बीच उनसे निवेशक के विकल्प के बारे में सलाह ले सकते हैं. सलाह है स्टॉक मार्केट से डर क्यों लगता है कि बाजार को लेकर सकारात्मक या नकारात्मक कोई राय न बनाएं. बेहतर है कि बाजार को समझने की कोशिश करें, जानकारों से बात करें उनसे सलाह लें और निवेश के विकल्प हमेशा खुले रखें

एसआईपी को बंद करना

बाजार में गिरावट के बीच ये एक और बड़ी गलती है जिसे छोटे निवेशक करते है. बाजार अगर गिरता है तो कई स्कीम के रिटर्न निगेटिव दिखने लगते हैं. ऐसे में कई लोग एसआईपी बंद करा देते हैं. हालांकि वो नहीं समझ पाते कि उन्होने दोगुना नुकसान उठाया है. पहला वो निवेश का चक्र तोड़ देते हैं वहीं निचले स्तरों पर पहुंचे स्टॉक्स की खरीद का फायदा गंवा देते हैं. साल 2008 में आए क्रैश के दौरान कई लोगों ने अपनी एसआईपी बंद कर दी थी. हालांकि जिन लोगो ने निवेश जारी रखा उन्हें बाजार में रिकवरी के साथ तगड़ा मुनाफा मिला. बाजार में एसआईपी के जरिए निवेश किसी भी छोटे निवेशक के लिए सबसे कारगर तरीका होता है हर महीने छोटी रकम के साथ निवेशक बाजार के एक्सपर्ट्स की रणनीतियों का फायदा उठाते हैं. हालांकि ऐसा नहीं है कि आप स्कीम पर नजर रखना ही छोड़ दें. आपको अपने निवेश की जानकारी होनी जरूरी है. ध्यान रखें कि एसआईपी समय से पहले बंद करने के नुकसान होते हैं इसलिए सोचसमझ कर ही इस पर निर्णय लिया जाना जरूरी है.

बड़ी मात्रा में निवेश करना

शेयर बाजार के लुढ़कने के दौरान एक शब्द काफी चलन में आ जाता है. वो है buying at dip यानि गिरावट पर खरीदारी. अधिकांश छोटे निवेशक भी इसके फेर में आ जाते हैं क्योंकि उन्हें भी ये गणित काफी सीधा लगता है जिसमें कम कीमत पर खरीदना और ज्यादा कीमत पर बेचने की सोच होती है. लेकिन ये उतना सीधा नहीं है जितना ये लगता है.

पहला छोटे निवेशक नहीं जानते कि किसी स्टॉक में स्टॉक मार्केट से डर क्यों लगता है आई गिरावट के मायने क्या हैं. क्या वो अपने सही कीमत से गिर कर नीचे आया है या फिर वो गिरावट के बाद अपनी सही कीमत पर पहुंचा है. दूसरा छोटे निवेशकों को पता नहीं होता कि स्टॉक कितना गिरेगा और इसमें रिकवरी कब तक आएगी. इन सभी सवालों के बीच बाजार में बड़ी मात्रा में निवेश करना गलत कदम साबित हो सकता है.

शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों होता है?

जब किसी कंपनी के शेयरों को खरीदने वाले लोग अधिक हों और उसके कम शेयर बिक्री के लिए उपलब्ध हों, तो शेयरों का भाव बढ़ जाता है

शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों होता है?

अब हम आपको बताते हैं कि किस वजह से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आता है और शेयरों के भाव चढ़ते-गिरते हैं:
आम समझ यह है कि जब किसी कंपनी के शेयरों को खरीदने वाले लोग अधिक हों और उसके कम शेयर बिक्री के लिए उपलब्ध हों, तो शेयरों का भाव बढ़ जाता है. इसके साथ ही कई अन्य वजहें भी हैं, जिनकी वजह से शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव आता है.

यदि दो देशों के बीच कारोबारी और रणनीतिक संबंध बेहतर बनने की उम्मीद हो तो अर्थव्यवस्था की तरक्की के हिसाब से निवेशक शेयर बाजार में पैसे लगाते हैं.

मसलन भारत-चीन के बीच बेहतर कारोबारी संबंध से अमेरिकी या यूरोपीय निवेशकों को भारत की ग्रोथ रेट बेहतर होने की उम्मीद बढ़ जाती है. वे भारतीय शेयर बाजार में निवेश करना शुरू करते हैं.

इन कारणों का भी पड़ता है असर:
* भारत कृषि प्रधान देश है. अगर मौसम विभाग मानसून की अच्छी बारिश का अनुमान लगाता है तो शेयर बाजार में तेजी आती है. निवेशक यह अनुमान लगाते हैं कि अच्छी बारिश से अनाज का ज्यादा उत्पादन होगा. मतलब यह कि कृषि आधारित उद्योग की तरक्की ज्यादा होगी.

इन उद्योग में ट्रैक्टर, खाद, बीज, कीटनाशक, बाइक एवं FMCG कंपनियां शामिल हैं. निवेशकों को लगता है कि इन कंपनियों का कारोबार और मुनाफा बढ़ेगा. इनसे जुड़ी कंपनियों के शेयरों की खरीदारी बढ़ जाती है.

* यदि रिज़र्व बैंक स्टॉक मार्केट से डर क्यों लगता है मैद्रिक नीति की घोषणा में ब्याज दर में कमी करे तो कर्ज की दर सस्ती होगी. इससे बैंक से लोन लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी और अंत में बैंकों का लाभ बढ़ेगा. इस वजह से निवेशक बैंक एवं NBFC के शेयरों की खरीदारी करते हैं और उनके भाव में तेजी आती है.

* RBI की मौद्रिक समीक्षा (ब्याज दर में कमी या वृद्धि), सरकार की राजकोषीय नीति (कर की दरों में तेजी-नरमी), वाणिज्य नीति, औद्योगिक नीति, कृषि नीति आदि में किसी बदलाव की वजह से इन क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियों के शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव होता है.

*अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बदलाव पर दुनिया भर की नजरें होती हैं. निवेशक मानते हैं कि अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ीं तो विदेशी निवेशक भारत जैसे बाजार से पैसे निकल कर वहां लगायेंगे. इस वजह से यहां शेयर बाजार में बिकवाली शुरू हो जाती है. इससे बाजार में कमजोरी आती है.

*अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम भी शेयरों के भाव पर असर डालते हैं. हाल में शुरू ट्रेड वार, उत्तर-कोरिया विवाद, रूस-अमेरिका विवाद की वजह से युद्ध की आशंका की वजह से निवेशक शेयर से पैसे निकाल कर सोने में निवेश करते हैं. इस वजह से शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव होता है.

* बजट पेश करने के दौरान की गयी सरकार की पॉजिटिव या निगेटिव घोषणाओं की वजह से भी शेयरों के भाव ऊपर-नीचे होते हैं.

* देश में राजनीतिक स्थिरता (बहुमत की सरकार या गठबंधन की), राजनीतिक वातावरण जैसे कारण भी निवेशकों के निर्णय को काफी हद तक प्रभावित करते हैं. राज्यों के विधानसभा नतीजे भी शेयर बाजार पर असर डालते हैं. मौजूदा सरकार की जीत से उसकी नीतियों के जारी रहने का भरोसा बना रहता है, इससे निवेशक खरीदारी शुरू करते हैं जिससे बाजार में तेजी आती है.

* समूह प्रभाव (herd effect) की वजह से भी शेयर बाजार में अधिक बिकवाली या खरीदारी की जाती है. इसकी वजह कभी कोई अफवाह या गुप्त जानकारी हो सकती है. बड़ी संख्या में एक साथ बिकवाली या खरीदारी की वजह से शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव होता है. कभी-कभी शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव डर या अनिश्चितता की वजह से भी होता है.

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अगले हफ्ते शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले गांठ बांध लें ये 5 बातें, बंपर रिटर्न पक्का

शेयर बाजार में सिर्फ निवेश करने से अच्छा रिटर्न नहीं मिलता है, बल्कि सही तरीके से इन्वेस्ट करने से कमाई होती है। आज ऐसे ही 5 तरीकों के बारे में हम बताने जा रहे हैं।

Vikash Tiwary

Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: December 17, 2022 11:05 IST

शेयर में निवेश करने से पहले इन 5 बातों को याद कर लें- India TV Hindi

Photo:INDIA TV शेयर में निवेश करने से पहले इन 5 बातों को याद कर लें

हर हफ्ते शेयर बाजार खुलता है। कुछ लोग उस दौरान शेयर से मोटी कमाई कर लेते हैं तो कई कंगाल भी हो जाते हैं। जो लोग अच्छा रिटर्न कमाने में सफल हो जाते हैं वो ऐसा क्या करते हैं कि उन्हें ये सफलता मिलती है, कभी आपने सोचा है? अगर नहीं तो आज के इस स्टोरी में हम आपके इन्हीं सब सवालों का जवाब देने जा रहे हैं।

1- अपने फाइनेंस का आकलन करें

बाजार में निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि निवेश के लिए आपके पास कितने पैसे हैं। इसके लिए आपको ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आप पर कोई कंज्यूमर डेब्ट तो नहीं है और क्या आपके पास इतने पैसे हैं कि नौकरी चली जाने की स्थिति के लिए आपके पास इमरजेंसी फंड है या नहीं। इन सवालों के जवाब जानने के बाद आप इस बात को बेहतर ढंग से सुनिश्चित कर पाएंगे कि आपके पास बाजार में निवेश करने के लिए कितने पैसे हैं। यानी आप बाजार में लंबी अवधि के लिए निवेश कर पाएंगे।

2. इस तरह करें सही शेयर का चुनाव

शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है। आप थोड़ी-थोड़ी रकम से बाजार में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। अगर आप नए निवेश हैं तो केवल अच्छी कंपनी के शेयर में ही निवेश करें। कभी भी Penny Stocks में पैसा लगाने से बचें। कई निवेशकों को लगता है कि पेनी स्टॉक में पैसा लगाकर कम समय में मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है, लेकिन वो बड़ा नुकसान कर बैठते हैं। जब आप शेयर बाजार अच्छी तरह समझने लगें तो ही जोखिम उठा सकते हैं।

3. जल्‍दबाजी में शेयर को खरीदे या बेचे नहीं

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आना आम बात है। ऐसे में संभव है कि आपने जिस शेयर में निवेश किया है वह टूटकर नीचे आ जाए या तेजी आने पर मुनाफा देने लगे। अगर आप पैसा बनाना चाहते हैं तो कभी भी शेयर को जल्दबाजी में बेचे नहीं। शेयर के दाम बढ़ने से पहले खरीदना और गिरने से पहले तुरंत बेचने का फैसला नुकसान करा सकता है। अधिकांश निवेशक यह मानते हैं कि ट्राइंग टू टाइम इन मार्केट सही स्‍ट्रैटजी नहीं है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि किसी भी स्‍टॉक में सटीक टॉप और बॉटम का अंदाजा लगाना मुमकिन नहीं है।

4. यह गलती कभी भी न करें

कभी भी सोशल मीडिया पर दिए गए टिप्स के आधार पर किसी शेयर में निवेश नहीं करें। आप उन कंपनियों के शेयर पर फोकस करें, जिसमें आपने पूरी रिसर्च और भरोसे के साथ निवेश किया है। सुनी-सुनाई बातें अक्सर नुकसान करा देती है। अगर आपने सिर्फ stock के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं इनवेस्ट किया है तो तुरंत अपने निवेश की समीक्षा करें।

5. उतार-चढ़ाव से घबराए नहीं

अगर आप निवेशक हैं तो हमेशा किसी शेयर में निवेश लंबी अवधि के लिए करें। यह आपके निवेश पर जोखिम को कम करेगा और मोटा मुनाफा भी देगा। लंबी अविध वाले निवेश ही बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी स्टॉक मार्केट में से सबसे अधिक लाभ कमाते हैं।

Stock Market Prediction: मुनाफा कमाने के लिए आज Abbott India सहित इन स्टॉक्स पर लगा सकते हैं दांव, दिख रहे तेजी के संकेत

नवभारत टाइम्स लोगो

नवभारत टाइम्स 15 घंटे पहले

नई दिल्ली:

शेयर बाजार (Share Bazar) में पिछले सप्ताह लगातार गिरावट देखी गई। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार का दिन ब्लैक फ्राइडे (Black Friday) साबित हुआ था। कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स में 1,000 अंक से अधिक की गिरावट देखी गई थी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) शुक्रवार को 1.61 फीसदी या 980.93 अंक की गिरावट के साथ 59,845.29 पर बंद हुआ था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी (Nifty) 1.77 फीसदी या 320.55 अंक की गिरावट के साथ 17,806.80 पर बंद हुआ था। सेंसेक्स शुक्रवार को 60,205.56 अंक पर खुला था। कारोबार के दौरान यह अधिकतम 60,546.88 अंक तक और न्यूनतम 59,765.56 अंक तक गया था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से सिर्फ एक शेयर हरे निशान पर और 29 शेयर लाल निशान पर बंद हुए थे। निफ्टी की बात करें, तो आज यह 17,977.65 अंक पर खुला था। कारोबार के दौरान यह अधिकतम 18,050.45 अंक तक और न्यूनतम 17,779.50 अंक तक गया था। बाजार बंद होते समय निफ्टी के सिर्फ 3 शेयर हरे निशान पर 47 शेयर लाल निशान पर थे। आइए जानते हैं कि आज कौन-से शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं।

इन शेयरों में दिख रही तेजी

मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने Vijaya Diagnostics, Ami Organics और Krishna Institute पर तेजी का रुख दिखाया है। एमएसीडी को ट्रेडेड सिक्योरिटीज या इंडेक्स में ट्रेंड रिवर्सल के संकेत के लिए जाना जाता है। जब एमएसीडी सिग्नल लाइन को पार करता है, तो यह एक तेजी का संकेत देता है। यह दर्शाता है कि शेयर की कीमत में ऊपर की ओर गति देखी जा सकती है। इसी तरह यह मंदी का भी संकेत देता है।

इन शेयरों में मंदी का संकेत

एमएसीडी (MACD) ने Yes Bank, Suzlon Energy, Indian Overseas, Central Bank और RBL Bank के शेयर में मंदी का संकेत दिया है। इसका मतलब है कि अब इन शेयरों में गिरावट शुरू हो गई है।

इन शेयरों में दिख रही खरीदारी

जिन शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है, उनमें Abbott India शामिल है। इस शेयर ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है। यह इस शेयर में तेजी का संकेत देता है।

इन शेयरों में है बिकवाली का दबाव

जिन शेयरों में बिकवाली का दबाव दिखाई दे रहा है, उनमें Century Textiles, Brightcom Group, TV!8 Broadcast, Polyplex Corp शामिल हैं। इन शेयरों में काफी अधिक बिकवाली देखने को मिल रही है। इन शेयरों ने 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर दर्ज किया है। यह इन शेयरों में मंदी का संकेत है।

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