5 Life Time Free Demat Account In Hindi 2023 (Zero AMC)

5 Life Time Free Demat Account In Hindi (Zero AMC), क्या आप Best Demat And Trading Account In India, Free Demat And Trading Account, Lowest Brokerage Demat Account के बारे में जानते है , आइये Lowest Demat Account Charges, AMC For Demat Account, Lifetime Free AMC Demat Account के बारे में बुनियादी बाते जानते है।

Demat Account एक तरह का खाता होता है , जोकि प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की खरीद के लिए अनिवार्य होता है। Demat Account खोलना भारत में Share Market, Mutual Funds और Securities वगैरह में निवेश करने की दिशा में पहला कदम होता है।

आसान भाषा में बोले तो एक Demat Account, Bank Account के ही समान होता है। लेकिन इसमें Cash के बजाय Share, Mutual Fund और Bonds को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखा जाता है। और प्रत्येक Demat Account को Unique बनाने के लिए हर एक Traders को Specific Demat Account Number दिया जाता है साथ ही Internet Password और Transaction Password भी दिए जाते है।

लेकिन Demat Account का प्रबंधन करने के लिए , एक रखरखाव शुल्क ( Maintenance Fee) का भुगतान करना पड़ता है। जिसे हम लोग AMC (Annual Maintenance Charge) बोलते है। इसलिए , भारत में कुछ Brokerage कंपनियां , हमेशा के लिए मुफ्त Demat And Trading Accounts की पेशकश करती हैं।best demat account for mutual funds

रोबोट जो करें अरबों का कारोबार, दें करोड़ो के झटके

रोबोट जो करें अरबों का कारोबार, दें करोड़ो के झटके

अब इन शेयर ट्रेडरों के दिन लदने वाले हैं.“सीधी-सी ट्रेडिंग रोबोट 2023 बात है - मनुष्य गति में मशीनों का मुकाबला नहीं कर सकते” ऐसा कहने वाले जॉन कोट्स 10 साल पहले वॉल स्ट्रीट पर शेयर की ख़रीद फ़रोख़्त करते थे. अब वो केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में न्यूरो साइंटिस्ट हैं. कोट्स शेयर ट्रेडरों के हारमोंस का अध्ययन करते हैं.

वे कहते हैं, “मसलन अगर आप माउस से ‘बॉक्स’ पर क्लिक करके ट्रेड करते हैं तो आपका 'एक क्लिक या सौदा' सौ से 120 मिलीसैंकड्स में होगा. लेकिन मौजूदा मशीनें यही काम सैंकड के दस लाख-वें हिस्से में कर रही हैं. ”

ये ‘बॉक्स’ दरअसल रोबोट ट्रेडर हैं. ऐसे कंप्यूटर जो शेयर ख़रीदने या बेचने का फ़ैसला करते हैं और ये बॉक्स मनुष्य से हज़ारों गुणा तेज़ी से काम करते हैं.

दुनिया भर में ऐसी ट्रेडिंग का प्रचलन बढ़ रहा है. अब आपको कुछ शेयर बाज़ारों के बड़े से हॉल में चीखते-चिल्लाते, मोल-भाव करते ट्रेडर नहीं दिखते हैं.

अब न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज यानि एनवाईएसई को ही लीजिए. इस एक्सचेंज का अधिकतर व्यापार वॉल स्ट्रीट पर नहीं बल्कि न्यू जर्सी में हो रहा है. वहां दस एकड़ में फ़ैला दफ़्तर कंप्यूटर सर्वरों की कतारों से अटा पड़ा है.

'बॉक्स' का दम

ट्रेडिंग करने वाली कंपनियां अपनी रणनीति, कर्मचारियों और कंप्यूटर कोड की जी-जान से हिफ़ाज़त करती हैं.

क्योंकि इस बात का ख़तरा बना रहता है कि कोई विरोधी उनके जटिल लेकिन पूरी तरह से ऑटोमेट्ड ट्रेडिंग पैटर्न के सुरक्षा कवच को भेद कर उसकी नकल कर ले.

नीदरलैंड्स में आईएमसी नाम की ऐसी ही एक कंपनी के प्रमुख रेम्को लेंटरमैन इस सारे गोरखधंधे को आसान बनाने की फ़िराक में हैं.

ऐसी कंपनियां रोबोट ट्रडरों के बेचने और ख़रीदने के निर्णय पर आधारित फ़ैसलों के फलस्वरुप अपना मार्जिन बनाती हैं.

हर रोबोट ट्रेडर मशीन ट्रेडिंग रोबोट 2023 का अपना अलग जटिल सिस्टम होता है. चुनौती बस इतनी है कि जल्दी से ख़रीदने या बेचने के अवसर को चिन्हित कर बिजली की गति से फ़ैसला लिया जाए.

इस ताबड़तोड़ गति को ‘शून्य की ओर दौड़’ कहतें हैं. इस प्रणाली को बेहतर करने में ख़रबों डॉलर झोंके जा रहे हैं.

फ़्लैश क्रैश

लेकिन इस कहानी का एक सियाह पहलू भी है. जहां मशीन है, वहां दुर्घटना भी संभव है.

पिछले साल अगस्त में वित्तीय संस्था ट्रेडिंग रोबोट 2023 नाइट कैपिटल में ऐसी ट्रेडिंग मशीन की चूक के कारण कंगाली की कगार पर पहुंच गई थी.

महज 45 मिनट में इस मशीन ने 44 करोड़ डॉलर के घाटे के सौदे किए. घबराए कर्मचारियों ने इसे आनन-फानन बंद कर दिया.

लेकिन सबसे अजीब दुर्घटना छह मई 2010 की दोपहर को हुई, जब न्यूयॉर्क एक्सचेंज का सारा सिस्टम ठप हो गया और फिर उसी गति दोबारा चालू हो गया.

नतीजा? कई कंपनियों के शेयरों के दाम शून्य के करीब पहुंच गए तो कईयों के एक लाख डॉलर पार.

अब ऐसी चूक किसी आदमी से होती तो उसका क्या होता? ख़ैर मशीन का कोई क्या बिगाड़ सकता है.

Forex Trading Kya Hai: क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग, जानें यहां कैसे कमा सकते हैं पैसे

What is Forex Trading: फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है। यूरो को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो डॉलर को रुपये से, यह सब फॉरेक्स यानी फॉरेन एक्सचेंज मार्केट का ही हिस्सा है। आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।

KA

हाइलाइट्स

  • फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है
  • 5.3 ट्रिलियन डॉलर के दैनिक लेनदेन के साथ है दुनिया का सबसे बड़ा फाइनैंशल मार्केट
  • फॉरेक्स मार्केट में आप भी पैसे कमा सकते हैं, उसके लिए बस एक ट्रेडिंग अकाउंट चाहिए

आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
फॉरेक्स ट्रेडिंग कोई रॉकेट साइंस नहीं है और आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं। बिल्कुल बड़े-बड़े बैंक और फाइनैंशल ऑर्गनाइजेशन्स की तरह। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।

फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐसे करती है काम
फॉरेक्स मार्केट में एक करंसी को दूसरी करंसी से बदला जाता है। ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा जरूरी बात होती है एक्सचेंज रेट। मतलब एक करंसी को दूसरी करंसी से एक्सचेंज करने की दर क्या होगी। आपने आमतौर पर देखा होगा कि रुपये की कीमत डॉलर की अपेक्षा इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो की अपेक्षा इतनी है। आसान भाषा में कहें तो इस वक्त 16 नवंबर को रुपये की दर डॉलर की अपेक्षा 71.84 है यानी एक डॉलर खरीदने के लिए आपको 71.84 रुपये चुकाने होंगे।

D

फॉरेक्स मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसे
यहां आपको उदाहरण देते हैं जिसके जरिए आप फॉरेक्स मार्केट से पैसे कमा सकते हैं या ट्रेडिंग ट्रेडिंग रोबोट 2023 कर सकते हैं। आप डॉलर (USD) के बदले 1,000 यूरोज़ (EUR) लेने का मन बनाते हैं। मान लीजिए कि जिस वक्त आपने यूरो खरीदे उस वक्त डॉलर/यूरो का एक्सचेंज रेट 1.45 था यानी आपको 1,000 यूरो खरीदने के लिए 1,450 डॉलर देने पड़े। कुछ समय बाद एक्सचेंज रेट में थोड़ा परिवर्तन हुआ और यह बढ़कर 1.55 हो गया। अब जब आप 1,000 यूरो बेचेंगे तो आपको 1,550 डॉलर मिलेंगे। इस तरह आपको कुल 100 डॉलर का फायदा हुआ। इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 रहा, तो आपको उन्हीं 1000 यूरो के बदले 1,350 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 100 डॉलर का नुकसान हुआ।

फॉरेक्स मार्केट में बड़े-बड़े प्लेयर्स, एजेंट्स, फाइनैंशल कंपनियां इसी तरह पैसे बनाती हैं।

Video: सफर में चोरी का डर खत्म कर देगा रोबोट सूटकेस, अपने आप चलेगा मालिक के साथ

टेक्नालॉजी की दुनिया तेजी से बदल रही है और उन सामानों में अपनी दखलंदाजी कर रही है, जिनका अब तक टेकनालॉजी से बहुत ज्यादा संबंध नहीं था.

सेल्फ-ड्राविंग रोबोट सूटकेस को Ovis नाम दिया गया है (फोटो- यूट्यूब).

टेक्नालॉजी की दुनिया तेजी से बदल रही है और उन सामानों में अपनी दखलंदाजी कर रही है, जिनका अब तक टेकनालॉजी से बहुत ज्यादा ट्रेडिंग रोबोट 2023 ट्रेडिंग रोबोट 2023 संबंध नहीं था. जैसे सूटकेस. बीजिंग के एक स्टार्टअप ने एक रोबोट सूटकेस तैयार किया है, जो अपने मालिक का चेहरा पहचानता है और अपने आप उनके साथ-साथ चलता है. इस स्टार्टअप का नाम है Forward X और उसके द्वारा बनाए गए सेल्फ-ड्राविंग रोबोट सूटकेस को Ovis नाम दिया गया है. खासबात ये है कि इस सूटकेस को डेवलप करने के लिए पैसे जुटाने के लिए क्राउड फंडिंग या चंदे का सहारा लिया गया है.

कैसे काम करता है रोबोट सूटकेस

कंपनी इस सूटकेस के लिए अमेरिकी बाजार पर खासतौर से फोकस कर रही है. फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पहली नजर में Ovis किसी दूसरे सूटकेस की तरह ही दिखता है. ये आयताकार है और इसमें चार पहिए लगे हैं. लेकिन पास से देखने पर पता चलता है कि इसमें दो USB पोर्ट लगे हैं, जिसके जरिए आप अपने गैजेट्स भी चार्ज कर सकते हैं.

Ovis की आंख है कमाल की!

इसके अलावा एक 170 डिग्री वाइड-एंगल कैमरा लेंस भी लगा है. आप इसे Ovis की ट्रेडिंग रोबोट 2023 आंख समझ सकते हैं. इस आंख के जरिए Ovis चेहरों को पहचान सकता है, बॉडी मूवमेंट को ट्रैक कर सकता है. इसी खूब की वजह से Ovis बिना किसी से टकराए अपने मालिक से साथ-साथ चलता है. जब आपको इसे अपने से अलग करना हो तो इसकी बैटरी निकालकर इसे इनएक्टिव कर दीजिए. सूटकेस के इनएक्टिव होते ही आपके पास मैसेज आएगा. अगर किसी वजह से सूटकेस चोरी हो जाए, तो भी चिंता की बात नहीं. इसमें लगा जीपीएस सिस्टम आपको बता देगा कि सूटकेस कहां है.

किसी से टकराता नहीं है

OVis में लगे सेंसर की वजह से वह किसी दूसरे व्यक्ति से टकराता नहीं है और पहले ही रुक जाता है या अपना रास्ता बदल लेता है और फिर अपने मालिक के साथ चलने लगता है. हालांकि अभी ये प्रोडक्ट ट्रायल पीरियड में है और कुछ सुधार के बाद इसे जल्द ही बाजार में पेश किया जाएगा. जहां ट्रेडिंग रोबोट 2023 तक सुधारों की बात है तो पहले OVis अपने मालिक के पीछे पीछे चलता था, अब ये बगल ट्रेडिंग रोबोट 2023 में साथ-साथ चलता है. लोगों के फीडबैक के आधार पर इसमें ऐसे ही कुछ और सुधार किए जा रहे हैं.

कितनी है कीमत?

Ovis पहला सेल्फ-ड्राविंग रोबोट सूटकेस नहीं है. इससे पहले Travelmate इसी तरह का सूटकेस ट्रेडिंग रोबोट 2023 लॉन्च कर चुकी है. लेकिन Travelmate के सूटकेस की कीमत 1100 डॉलर है, जबकि क्राउडफंडिंग करने वालों को Ovis का सूटकेस सिर्फ 399 डॉलर में मिलेगा, जबकि उसकी रिटेल कीमत 700 डॉलर होगी.

जरुरी जानकारी | सीपीएआई ने सेबी से कपास वायदा अनुबंधों में निर्बाध कारोबार उपलब्ध कराने को कहा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. कमोडिटी पार्टिसिपेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीपीएआई) ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से बाजार सहभागियों को कपास वायदा अनुबंधों में निर्बाध हेजिंग और कारोबार (ट्रेडिंग) की सुविधा देने का आग्रह किया है।

जरुरी जानकारी | सीपीएआई ने सेबी से कपास वायदा अनुबंधों में निर्बाध कारोबार उपलब्ध कराने को कहा

नयी दिल्ली, 14 दिसंबर कमोडिटी पार्टिसिपेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीपीएआई) ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से बाजार सहभागियों को कपास वायदा अनुबंधों में निर्बाध हेजिंग और कारोबार (ट्रेडिंग) की सुविधा देने का आग्रह किया है।

अगस्त में सेबी ने अनुबंध विनिर्देशों को बाजार के अनुरूप बनाने के लिए जिंस एक्सचेंज एमसीएक्स पर सभी कपास वायदा अनुबंधों में कारोबार को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया था।

बाद में, एमसीएक्स ने सूचित किया कि यह कपास अनुबंध विनिर्देश को संशोधित करने की प्रक्रिया में है और कपास जनवरी, 2023 अनुबंध में किसी भी नये सौदे की अनुमति नहीं दी जाएगी।

सोमवार को सेबी को लिखे पत्र में सीपीएआई ने कहा कि मौजूदा अनुबंध 30 दिसंबर, 2022 को समाप्त होगा और समापन से पांच दिन पहले डिलिवरी अवधि में चला जाएगा।

बाजार सहभागियों और हेजिंग करने वालों को जनवरी, 2023 के अनुबंध में अपने सौदे को आगे ले जाने की आवश्यकता है।

बाजार सहभागी, संशोधित अनुबंध विनिर्देश के लिए अधिसूचना की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

रेटिंग: 4.79
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 541