इसका मतलब ये है की इस ₹10 लाख की कंपनी में अब मेरी 50% हिस्सेदारी है। आसान भाषा में इस हिस्सेदारी या ownership को ही इक्विटी कहते हैं। आप जब भी किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो उस कंपनी के कुछ हिस्से के मालिक बन जाते है।

Equity meaning in hindi

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.

Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग

जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग

इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .

शेयर बाजार में कब लगता है लोअर सर्किट?

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घरेलू शेयर बाजार में किसी इंडेक्स या शेयर में आई बड़ी गिरावट पर स्वत: कारोबार पर रोक लग जाती है. जिस स्तर पर (फीसदी में) कारोबार रुकता है, उसे सर्किट कहा जाता है.

2. लोअर सर्किट का इस्तेमाल कब होता है?
शेयर बाजर में इंडेक्स आधारित सर्किट पूरे बाजार पर लागू होता है. इसके तीन चरण होते हैं. यह 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की गिरावट पर लगता है. यह सर्किट लगने पर इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव कारोबार रुक जाता है.

बाजार में सर्किट तब लगता है कि जब दोनों ही प्रमुख सूचकांकों- बीएसई सेंसेक्स या निफ्टी 50 इंडेक्स में से किसी भी इंडेक्स में निर्धारित गिरावट आती है. एक इंडेक्स पर सर्किट लगने पर दूसरे पर सर्किट स्वत: ही लागू हो जाता है.

Equity meaning in Hindi, इक्विटी शेयर कितने प्रकार के होते हैं?

दोस्तों यदि आप शेयर मार्किट के बारे जानकारी ले रहे है तो आपने कभी न कभी Equity का नाम जरूर सुना होगा। किसी भी बिज़नेस के लिए, खासकर जो बिज़नेस स्टॉक मार्किट पर लिस्टेड हैं उनके लिए इक्विटी किसी अमृत से कम नहीं है पर आखिर ये इक्विटी का मतलब क्या होता है और इसकी कंपनी में क्या वैल्यू होती है? चलिए जानते हैं।

इक्विटी उस धनराशि का प्रतिनिधित्व करती है जो किसी कंपनी के शेयर धारको को वापिस की शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? जाएगी जब उसकी सभी सम्पत्तियों का परिसमापन कर दिया जाये और सभी लोन शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? का भुगतान कर दिया जाये।

एक उदाहरण से समझते हैं। मान लेते हैं की मुझे एक चड्डी बनियान की कंपनी शुरू करनी है जिसे शुरू करने के लिए मुझे ₹10 लाख रूपये की ज़रूरत पड़ेगी। अब मेरे पास ₹5 लाख रूपये तो पहले से मेरे सेविंग्स अकाउंट में हैं लेकिन बाकि 5 लाख पूरे करने के लिए मेने बैंक से ₹5 लाख का लोन ले शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? लिया।

इक्विटी शेयर कितने प्रकार के होते हैं?

इक्विटी दो प्रकार की होती है:

1. Equity Shares/Common(इक्विटी शेयर्स/कॉमन)

जैसा की नाम से पता चलता है, ये शेयर बिलकुल कॉमन होते हैं। आप स्टॉक एक्सचेंज से किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं और मालिकाना हक़ प्राप्त करते हैं।

आपके पास वोटिंग अधिकार भी होता है जिससे आप संगठन में होने वाली मीटिंग्स में अपना मतदान कर सकते हैं। जब भी उसे किसी व्यक्ति को पद से हटाना होता है तो कंपनी अपने इक्विटी शेयरहोल्डर से पूछती है |

यदि ज़्यादातर शेयर धारक सहमति दिखाते हैं तो उस व्यक्ति को हटाने का निर्णय ले लिया जाता है अन्यथा अगर वोटर्स कंपनी के फैसले के खिलाफ वोट करते हैं तो कंपनी सभी शेयर धारकों का सम्मान करते हुए उस व्यक्ति को उसके पद से नहीं हटाती।

Equity शेयर के फायदे

आपके पास जितने शेयर होते हैं उतने वोट आप कर सकते हैं पर शेयर भी कई प्रकार के होते हैं। अपने किस तरह के शेयर होल्ड किये हैं ये उस पर निर्भर करता है ।

निवेश कितने प्रकार

  1. अल्पकालीन निवेश
  2. मध्यमकालीन निवेश
  3. दीर्घकालीन निवेश

दोस्तों शेयर मार्किट में निवेश करना है तो आपको वो भी जानकारी होनी चाहिए की निवेश कितने प्रकार के होते है अगर आपको शेयर मार्किट निवेश करने से पहले निवेश के बारे में समझना बहोत जरुरी होता है | शेयर मार्किट निवेश करने वालों को निवेश के प्रकार की सभी प्रकार की निवेश जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए, Share Market जैसे की आपको शेयर मार्किट में निवेश करना है तो सभी प्रकार की माहिती पता होना चाहिए तभी आपने रिस्क से निवेश कर सकते है,

इस दुनिया में पैसे कौन नहीं कामना चाहता है पैसा इंसान की जरुरत तो को पूरा करने के लिए बहोत जरुरी है अगर हमारे पास पैसा है तो हम अपने सपनो को पूरा कर सकते है अगर हमारे पास पैसा नहीं है तो सपने सपने बन कर ही रह जाते है इसलिए दुनिया में सभी लोग पैसा को अहमियत देते है तभी आपके पास दौलत,घर है और रिस्तेदार है और दोस्त है लेकिन यह बात सही नहीं है आप पैसो से सबकुछ नहीं खरीद सकते है,

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